'केरल में हम उन लोगों पर भी नज़र रखेंगे जो बस से उतरकर सामान ले जाते हैं': निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीपीएम और केरल की तीखी आलोचना की। केरल में तो बस से उतरकर सामान ले जाने वालों पर भी जुर्माना लगाया जाएगा। सीपीएम सदस्य नोक्कुकुली के पीछे हैं। केरल में इसी प्रकार का साम्यवाद विद्यमान है। मंत्री ने राज्यसभा में यह भी कहा कि यह साम्यवाद ही था जिसने केरल में उद्योग को नष्ट कर दिया।
नोक्कुकुली की घटना अन्यत्र नहीं पाई जाती। बस यात्रियों का सामान उतारने के लिए कुलियों से 50 रुपये शुल्क लिया जाएगा। और, इतने लंबे समय तक इंतजार करने के लिए वे आपसे 50 रुपये अतिरिक्त लेंगे। यह नोक्कूलि है। इसके पीछे सीपीएम का हाथ है। केरल में इसी प्रकार का साम्यवाद विद्यमान है। यहां तक कि दो दिन पहले दिए गए एक साक्षात्कार में केरल के मुख्यमंत्री को कहना पड़ा कि वहां कोई नुक्कुली नहीं है। मंत्री ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि उन्हें उन्हें अधिक सिखाने की जहमत नहीं उठानी चाहिए, क्योंकि वह उसी क्षेत्र से हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि निर्मला की यह आलोचना दूसरे दिन केरल हाउस में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के साथ उनकी बैठक के बाद आई। इस बीच, विपक्षी नेताओं ने भी मुख्यमंत्री की केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक में अनियमितताओं का आरोप लगाया। सांसद केसी वेणुगोपाल ने मांग की कि राज्यपाल की मौजूदगी में हुई बैठक को असामान्य माना जाए और केंद्र व राज्य सरकार इस पर स्पष्टीकरण दे। सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन ने भी दोहरे मानदंड का मजाक उड़ाया कि "अगर वे बरमूडा पहनते हैं, तो हम वल्ली ट्राउजर पहनते हैं"।
इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन बैठक का बचाव करने के लिए आगे आए। सुरेंद्रन ने पूछा कि मुख्यमंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री के एक साथ बैठकर चाय पीने में क्या गलत है।
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